नई दिल्ली। डॉलर के मुकाबले रुपया सीमित दायरे में कारोबार रहा है। बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले शुरुआती कारोबार में 7 पैसों की तेजी के साथ बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार भी सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है। फॉरेक्स ट्रेडर्स का कहना है कि रुपये के सीमित दायरे में होने के पीछे का कारण ब्रिक्स सबमिट और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की स्पीच के कारण निवेशकों का सतर्क होना है। अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने के बाद डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ है और रुपये पर दबाव देखा गया है।
इंटर फॉरेन एक्सचेंज के अनुसार, डॉलर के मुकाबले रुपया 83.02 पर खुला था, जिसके बाद इसने 82.92 के स्तर को छू लिया। अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 7 पैसे की बढ़त दर्ज की गई। मंगलवार के सत्र में रुपया 14 पैसे बढ़कर 82.99 पर बंद हुआ था। दुनिया की टॉप छह मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा की स्थिति दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.08 प्रतिशत गिरकर 103.48 पर है। ब्रेंड क्रूड 84.17 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है।
इक्विटी बाजार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 8.36 अंक या 0.01 प्रतिशत बढ़कर 65,228.39 पर कारोबार कर रहा था। एनएसई निफ्टी 8.20 अंक या 0.04 प्रतिशत बढ़कर 19,404.65 पर शुरुआती कारोबार में था। भारतीय बाजारों में पिछले एक हफ्ते से सीमित दायरे में कारोबार हो रहा है। इसके पीछे की वजह अंतरराष्ट्रीय बाजारों का कमजोर होना है, जिसके चलते भारतीय बाजर दबाव का सामना कर रहे हैं। एफआईआई की ओर से मंगलवार के बाजार में भी बिकवाली की गई थी और 495.17 करोड़ रुपये के शेयर बेचे गए थे।