उन्नाव। आज पीएम मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर के 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास योजना का शिलान्यास किया। जिसके तहत उन्नाव जंक्शन का 29.8 करोड़ की लागत से पुनर्विकास होगा। पीएम ने शिलान्यास कर जनता को समर्पित किया है। वहीं पीएम मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना पुनर्विकास के तहत उन्नाव जंक्शन की 29.8 करोड़ की योजनाओं का वर्च्युअल शिलान्यास कर उन्नाव जंक्शन को हाईटेक बनाने का रास्ता साफ कर दिया है।
उन्नाव जंक्शन व लखनऊ-कानपुर रेलमार्ग के सोनिक, अजगैन, कुशुम्भी, बायां पुल किनारा (गंगाघाट) स्टेशन के पुनर्विकास के लिए 29.8 करोड़ का बजट जारी हो गया है। यूपी के वाराणसी रेलवे स्टेशन की तर्ज पर उन्नाव जंक्शन का पुनर्विकास होगा। उन्नाव जंक्शन से 100 मीटर दूरी पर बनी शहर की लोकनगर क्रासिंग में अंडर पास बनेगा। अजगैन रेलवे क्रासिंग पर रेलवे ओवर ब्रिज होगा। वहीं उन्नव जंक्शन पर दिव्यांगों के लिए प्लेटफॉर्म पर लिफ्ट लगेगी।
अजगैन व सोनिक रेलवे स्टेशन पर पैदल पुल बनेंगे। उन्नाव जंक्शन की इमारत का सुंदरीकरण यात्री प्रतीक्षालय सौंदर्यीकरण समेत अन्य कार्य होंगे। डीआरएम ने रेल पथ की सुरक्षा के लिए अधिकारियों को रेल पथों का सीमांकन कर बाउंड्री वाल बनाने के निर्देश दिए हैं। कार्यक्रम में सांसद साक्षी महाराज, विधायक पंकज गुप्ता, विधायक आशुतोष शुक्ला, विधायक बम्बालाल दिवाकर, विधायक अनिल सिंह समेत बीजेपी पदाधिकारी मौजूद रहे।
सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि 508 स्टेशनों का अनावरण किया है। उसमें यह कमंडल तलवार कलम की धरती उन्नाव को भी स्वीकृत किया है इसके लिए हमें उन्नाव की जनता की तरफ से उन्नाव के प्रतिनिधियों की तरफ से मोदी जी को हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। सांसद साक्षी महाराज ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारतीय जनता पार्टी की स्थिति है रघुकुल रीत सदा चल जाए प्राण जाए पर वचन न जाए।
जब हम अयोध्या के मुद्दे को लेकर चलते थे तो विपक्षी एक ही बात कहते मंदिर कभी नहीं बनाएंगे जब चुनाव आता है। तब नाम नाम का झंडा उठाकर चले आते हैं। सांसद ने कहा कि जब पीएम ने कहा सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास इस महामंत्र के साथ क्या हिंदू क्या मुसलमान क्या सिख। क्या छोटा क्या बड़ा या दलित शोषित वंचित सब इकट्ठे हो गए तो विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा। आप देख रहे हैं कि विपक्ष लोकसभा नहीं चलने दे रहा है।
हम मणिपुर पर ही चर्चा करने के लिए तैयार हैं। विकास के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं हमें पता है मोदी जी के कद के आगे विपक्ष कहीं ठहरता ही नहीं है। कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ गई जबकि कहीं ठहरता ही नहीं है। बिना मतलब में लोकसभा का समय बर्बाद करना विकास के मामलों में व्यवधान पैदा करना है।