उन्होंने यहां ‘भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पत्रकारों से कहा कि पदयात्रा यह समझने की कोशिश है कि जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है और साथ ही यह भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई की कोशिश है। राहुल गांधी ने कांग्रेस को बचाने के लिए यह यात्रा किए जाने के आरोपों पर कहा, भाजपा-आरएसएस अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन हम लोगों से जुड़ने के लिए यह यात्रा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सभी संस्थान अब भाजपा के नियंत्रण में हैं और उनका विपक्ष पर दबाव बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां विवेकानंद पॉलिटेक्निक से 118 अन्य भारत यात्रियों और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा की शुरुआत के बाद आगे बढ़ रहे राहुल ने ‘भारत जोड़ो यात्रा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कोई संदेश देने के सवाल पर कहा, ‘मेरे पास कोई संदेश नहीं है। कांग्रेस ने राहुल गांधी समेत 119 नेताओं को भारत यात्री नाम दिया है जो कन्याकुमारी से पदयात्रा करते हुए कश्मीर तक जाएंगे। ये लोग कुल 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।