अजय दुबे
- लापरवाह डॉक्टरों की ढाल बना जांच का फरमान
जलालाबाद। (कन्नौज ) ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं डॉ0 की मन मर्जी से चल रही है इन्हें शासन के आदेशों के पालन से मतलब न प्रशासन का खौफ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को मजाक बना कर रखा है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगने वाला आरोग्य मेले को अपने हिसाब से ही संचालित कर रहे हैं डॉक्टरों की मर्जी आने की है और जाने के भी जिस वजह से ग्रामीण अंचल से आने वाले लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
प्रदेश की योगी दो सरकार बनने के बाद ग्रामीणों को बेहतर इलाज मुहैया हो जिस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रविवार को आरोग्य मेले का आयोजन हो केंद्रों पर डॉक्टर सुबह 10:00 बजे से सायं 4:00 बजे तक बैठकर मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण करें लेकिन देखने में इससे इतर ही आता है जलालाबाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार को डॉक्टर इरफान हुसैन की ड्यूटी लगाई गई थी सुबह 11:00 बजे केंद्र पर आकर दोपहर 2:00 बजे वापस चले गए जिस कारण यहां आने वाले मरीजों को मायूस होकर ही वापस लौटना पड़ा कुछ मरीज तो फार्मासिस्ट से दवाइयां लेकर वापस चले गए ।
इसी तरह का हाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जसपुरा पुर का रहा यहां पर आयुष डॉक्टर आमिर एवं महिला चिकित्सक रेनू सहित पूरा स्टाफ 2:50 पर अस्पताल ही बंद कर चले गए चिकित्सकों की बरती जा रही लापरवाही को देखकर लगता है कि इन्हें नाही शासन के निर्देशों का पालन करना है ना ही प्रशासनिक अफसरों का खौफ है। क्या बोले अधीक्षक मेले से डॉ0 कुछ समय के लिए लंच को कहि गए थे,आरोग्य मेले में यदि लापरवाही बरती जा रही है तो वह अगले रविवार के स्वंय हाल जानने को निकलेंगे।