देश और समाज के निर्माण में शिक्षकों का अहम योगदान सियाराम द्विवेदी

शिक्षक दिवस पर आर्यावर्त बैंक ने शिक्षकों का किया सम्मान

चित्रकूट । आर्यावर्त बैंक क्षेत्रीय कार्यालय चित्रकूट के सभागार में शिक्षक दिवस के अवसर पर समारोह आयोजित कर शिक्षकों को सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त शिक्षक भूरेलाल सिंह रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में तुलसी महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 राजेश पाल, डा0 विनय कुमार चौधरी, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार पाण्डेय रहे। क्षेत्रीय कार्यालय के वरिष्ठ प्रबन्धक एवं प्रभारी क्षेत्रीय प्रबन्धक सियाराम द्विवेदी, वरिष्ठ प्रबन्धक ईश्वरी प्रसाद राजपूत ने सभी शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र व डायरी पेन देकर सम्मानित किया। 

सेवानिवृत्त शिक्षक भूरेलाल सिंह ने कहा कि पहले की तुलना में अब शिक्षा का माहौल बदल चुका है। इस प्रतियोगी युग में शिक्षकों को भी अपने शिक्षण कला में बदलाव लाकर छात्रों के भविष्य निर्माण के प्रति समर्पित भाव से पढाने की जरूरत है। कहा कि शिक्षा विभाग में इस बार सेवानिवृत्त शिक्षकों की उपेक्षा की है आर्यावर्त बैंक ने हम लोगों का सम्मान करके हौसला बढाया है। 

वरिष्ठ प्रबन्धक सियाराम द्विवेदी ने सभी का माल्यार्पण कर स्वागत किया और बैंक की तमाम योजनाओं को विस्तार से बताया । कहा कि बैंक हमेशा अपने ग्राहकों का सम्मान करता है । शिक्षकों का विशेष सम्मान और सेवायें देने के लिये हमारा बैंक संकल्पित है।

 उन्होंने कहा कि आज हम शिक्षकों को सम्मानित कर गौरव महसूस कर रहें हैं शिक्षक ही देश और समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभा रहें हैं। ईश्वरी प्रसाद राजपूत वरिष्ठ प्रबन्धक ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता है। भगवान से भी बढ कर शिक्षक है।  

इस मौके पर सेवानिवृत्त शिक्षक भूरेलाल सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश पाण्डेय, चित्रकूट इण्टर कालेज कर्वी के शिक्षक शंकर प्रसाद यादव, बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक साकेत बिहारी शुक्ल, सर्वजीत सिंह, रामकृष्ण मौर्य, रमेश सिंह राजपूत, संजीव कुमार श्रीवास्तव, विनोद सिंह हाडा, रत्नाकर पाण्डेय, गोरेलाल, प्रशान्त कुमार आदि को उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में सम्मानित किया गया।

 कार्यक्रम का संचालन साक्षरता सलाहकार दिनेश कुमार द्वारा किया गया। समारोह के सफल आयोजन में डिप्टी उप प्रबन्धक सुरेन्द्र कुमार शुक्ला, प्रभात शुक्ला, उज्ज्वल  झा  गरिमा सिंह, संगीता पाल, हिना ऊके, कुन्दन कुमार मिश्र, भूपेश कुमार, आशुतोष, इन्द्रकुमार, प्रसून खरे, राधेश्याम आदि का सराहनीय योगदान रहा।