आईसीसी की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया "आसिफ ने आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.6 का उल्लंघन किया, जो 'अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान अश्लील, आक्रामक या अपमानजनक इशारे का उपयोग करने' से संबंधित है, जबकि फरीद को अनुच्छेद 2.1.12 का उल्लंघन करते पाया गया, जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ, अंपायर, मैच रेफरी या किसी अन्य व्यक्ति के साथ अनुचित शारीरिक संपर्क से संबंधित है।" दोनों खिलाड़ियों ने अपना अपराध स्वीकार किया और सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
क्या है मामला?
एशिया कप के सुपर चार राउंड में पाकिस्तान का दूसरा मैच अफगानिस्तान के साथ था। इस मुकाबले में अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 129 रन बनाए थे, लेकिन पाकिस्तान को मुश्किल में डाल दिया था। आखिरी 10 गेंद में पाकिस्तान को जीत के लिए 20 रन की जरूरत थी। टीम के आठ विकेट गिर चुके थे और पाकिस्तान को जीत दिलाने की पूरी आसिफ अली पर थी। उन्होंने 19वें ओवर की चौथी गेंद पर छक्का लगाया, लेकिन अगली ही गेंद पर आउट हो गए।
इसके बाद गेंदबाज फरीद ने उनके पास जाकर आक्रामक अंदाज में जश्न मनाया। आसिफ को यह पसंद नहीं आया और उन्होंने फरीद को धक्का देकर खुद से दूर कर दिया। इसके बाद दोनों खिलाड़ी भिड़ गए। कहासुनी भी हुई। मामला इतना बढ़ गया कि अंपायर को बीच-बचाव के लिए आना पड़ा। इस घटना के बाद पाकिस्तान के नसीम शाह ने आखिरी ओवर की शुरुआती दो गेंदों में छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत दिला दी। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के फैंस भी मैच के बाद स्टेडियम में ही भिड़ गए थे।