मथुरा। चौमुंहां ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत दलौता में ग्राम प्रधान द्वारा कानून के नियमों को ताक पर रखकर गोबर खाद के गड्ढों की जमीन पर किया जा रहा है नवनिर्मित पंचायत भवन का निर्माण जोकि पूर्ण रूप से वैद्य नहीं है।जबकि ग्राम पंचायत दलौता में सन 1995 में ग्राम प्रधान स्वर्गीय श्रीमती रमोली देवी की अध्यक्षता में श्री दाऊजी मंदिर के पीछे पंचायती भवन का निर्माण कराया गया था जो कि आज जर्जर की हालत में अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है!
वहीं ग्रामीणों ने प्रधान पर आरोप लगाते हुए कहा प्रधान प्रतिनिधि ओमप्रकाश सिंह द्वारा ग्राम पंचायत में हुए मनरेगा कार्यों में भी धांधली करते हुए ग्राम प्रधान ने अपने परिजनों के खाते में कई लाख रुपयों के वारे न्यारे कर दिए हैं!तथा इसी प्रकार प्रधान अपनी मनमानी और दबंगई के चलते गोबर खाद के गड्ढों की जमीन पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है वही सन 1995 के बने जर्जर पंचायती भवन का निर्माण नहीं कराया गया है।
जब नवनिर्मित पंचायत भवन को लेकर ग्राम पंचायत पर तैनात लेखपाल महोदय से बात की तो लेखपाल महोदय ने बताया कि शासना देश के अनुसार गोबर खाद के गड्ढों की जमीन पर सरकारी भवन का निर्माण नहीं किया जा सकता है जबकि ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव मिलकर खाद के गड्ढों की जमीन पर पंचायती भवन का निर्माण करा रहे हैं वही सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं को पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
ग्राम प्रधान व सचिव ने खाते से निकाल लिया है लेकिन उस पैसे का गांव में कोई भी विकास कार्य नहीं कराया गया है जबकि ग्राम पंचायत में खराब हैंडपंपों और रिबोरिंग के लिए लाखों रुपए की धनराशि हेड पंपों पर खर्च दिखाई गई लेकिन ग्राम दलौता में सार्वजनिक जगहों पर कई वर्षों से हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं जबकि मरम्मत के नाम पर प्रधान ने कई लाख रुपए की धनराशि हैंडपंप मरम्मत में दर्शाई गई है तथा गांव की गलियों में जहां दो-दो फुट कीचड़ में पानी भरा हुआ है वहां के लोग अपना नारकीय जीवन जी रहे हैं तथा भयंकर बीमारी पनपने से घबरा रहे हैं।
ग्रामीणों के बार-बार कहने के बावजूद भी ग्राम प्रधान द्वारा खरंजा का निर्माण कार्य नहीं कराया जा रहा है तथा ग्राम दलौता में मनरेगा कार्यों में भी कई लाख रुपए का गोलमाल किया गया है प्रधान द्वारा कागजों में मनरेगा का कार्य दिखाकर प्रधान अपने परिजनों के अपने भाई अपने भाई की पत्नी अपने पिताजी अपने चाचा ताऊ के लड़कों के खाते में पैसा ट्रांसफर कर निकाल लिया गया है प्रधान द्वारा जहां तालाबों की खुदाई दिखाई जा रही है।
वहां तालाबों में पेड़ खड़े हुए हैं जहां कोई खुदाई का कार्य नहीं किया गया है तथा वृक्षारोपण के नाम पर भी प्रधान द्वारा गोलमाल किया गया है जबकि गांव में सार्वजनिक जगह या सरकारी भूमि पर कोई वृक्षारोपण कार्य नहीं किया गया है वहीं प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कह रहे हैं कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा लेकिन यहां मथुरा जनपद में सब उल्टा हो रहा है।
जनता के चुने गए प्रतिनिधि व अधिकारी बंदरबांट कर रहे हैं तथा गांव की जनता विकास की राह देख रही है तथा सोच रही है कई वर्षों से खराब पड़े हैंडपंपों का नंबर आखिर कब आएगा खराब हैंडपंपों की शिकायत जिला पंचायत राज अधिकारी मथुरा से लगातार की जा रही है लेकिन लगातार शिकायत होने के बावजूद भी सचिव और प्रधान के कान पर जूं नहीं रेंग रही है!
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबका साथ सबका विकास के एजेंडे को लेकर काम कर रही है लेकिन ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधानों द्वारा अपनी मनमर्जी अपने मन के मुताबिक कार्य कराए जा रहे हैं तथा गांव की गलियों में गंदगी के अंबार लगे ग्राम प्रधान व सचिव को जनता की समस्याएं दिखाई नहीं दे रही हैं!! अब देखना होगा कि ग्राम पंचायत में हुए विकास कार्यों की उच्च अधिकारियों द्वारा जांच कर कार्यवाही की जाती है या लीपापोती कर के ठंडे बस्ते में जांच को डाल दिया जाएगा?