Zomato की तरह CarTrade Tech के शेयर की हालत खराब, निवशकों को दिया करार झटका

नई दिल्ली : रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से इस साल शेयर बाजार की स्थिति काफी खराब रही है। इस खराब दौर ने कई कंपनियों के निवेशकों को तगड़ा झटका दिया है। इसी में से एक CarTrade Tech के शेयर भी हैं। कंपनी ने 20 अगस्त 2021 को एनएसई (NSE) और बीएसई (BSE) में डेब्यू किया था। लेकिन खराब शुरुआत ने ही निवशकों को करार झटका दिया। कंपनी एक शेयर की कीमत एनएसई में 633 रुपये (19 अगस्त 2022) है।

 यानी ऑफर प्राइस लगभग 60 प्रतिशत की गिरावट के साथ कंपनी शेयर बाजार में ट्रेड कर रही है। बता दें, कंपनी के आईपीओ का प्राइस बैंड 1585 रुपये से 1618 रुपये था। आज निवेशकों का लॉक-इन पीरियड समाप्त हो रहा है। कंपनी सुबह 9:45 बजे, 3.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 614 रुपये पर एनएसई में ट्रेड कर रही थी। 

कंपनी को आज (22 अगस्त 2022) को एक बार फिर करार झटका लग सकता है। CarTrade के शेयरों में निवेश करने इंवेस्टर्स का लॉक-इन पीरियड आज समाप्त हो रहा है। यह किसी स्टॉक के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। बता दें, 4.66 करोड़ शेयरों में से 2.66 करोड़ शेयर ऐसे निवेशकों के पास है जो एक साल से पहले इस स्टॉक से बाहर निकल ही नहीं सकते थे। लेकिन लॉक-इन पीरीयड समाप्त होने के बाद अब उनके पास इस स्टॉक से बाहर निकलने का विकल्प रहेगा। ऐसे में डर है कि कहीं इस कंपनी के स्थिति भी जोमैटो जैसी ना हो जाए। 

पिछले महीने 23 जुलाई 2022 को जोमैटो का लॉकइन पीरियड समाप्त होने के बाद प्री-आईपीओ इंवेस्टर्स नुकसान होने के बावजूद भी कंपनी के शेयर बेच दिए थे। जिसके बाद जोमैटो के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। अब डर है कि अगर जोमैटो की तरह ही लॉक-इन पीरियड समाप्त होते ही कार ट्रेड टेक के प्री-आईपीओ इंवेस्टर्स भी अपनी हिस्सेदारी बेचकर बाहर निकल गए तो इस कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। 

प्रॉफिटमार्ट के रिसर्च हेड अविनाश कहते हैं,‘करीब 57 प्रतिशत की गिरावट के साथ यह शेयर ट्रेड कर रहा है। जोकि काफी अधिक है। उम्मीद है कि प्री-आईपीओ निवेशक अपने हिस्से का कुछ शेयर बेच सकते हैं। जिसकी वजह से कंपनी के शेयरों में गिरावट देखने को मिल सकती है।’