प्रमोद तिवारी : सत्ता के नशे में चूर संगठन ने राष्ट्रपिता को विभाजन का खलनायक बताकर राष्ट्रपिता का ही नही सम्पूर्ण राष्ट्र भारत माता का अपमान किया

उत्तर प्रदेश में सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों के गेहूं की खरीद पर्याप्त मात्रा में नहीं की गयी

 अपनी गलत आर्थिक नीतियों एवं अदूरदर्षिता के कारण प्रधानमंत्री जी ने देश को आर्थिक तबाही और बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया 

लखनऊ : श्री प्रमोद तिवारी, सांसद, राज्य सभा, एवं सदस्य, केन्द्रीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने कहा है कि जिस राष्ट्र के कुछ लोग अपने राष्ट्रपिता का मान और सम्मान नही कर सकते है। जिसेे विश्व पूजती हो, जिसके रास्ते पर चल कर कई देश आजाद हुये हो, जिसे सत्य अहिंसा और प्रेम को देश और दुनिया ने स्वीकारा है। मौजूदा सरकार सत्ता के नशे में चूर हो कर उससे जुडे संगठन ने राष्ट्रपिता को विभाजन का खलनायक बताकर राष्ट्रपिता का ही नही सम्पूर्ण राष्ट्र भारत माता का अपमान किया है। 

बिना सारे तथ्य को जाने समझे सच परखे महात्मा गाॅधी जी का अपमान करना अक्षम्य अपराध है। बहुत से भारतवासी एवं दुनिया में बसे लोग उन्हें श्रद्धा की दृष्टि से ही नही देखते बल्कि उनकी पूजा भी करते हैं। शर्म आती है जिसे दुनिया सम्मान करती है, राजनैतिक फायदे के लिए उसका अनादर करके कुछ लोग सुर्खियों में आना चाहते हैं। 

उन्हें तत्काल सम्पूर्ण राष्ट्र से क्षमा याचना करना चाहिए इस जहरीले बयान के लिए। विशेषरूप से जब देश आजादी का 75 वाॅ वर्षगाठ मना रहा हो इसकीे पूर्व संध्या पर इस तरह की घटिया बयान अक्षम्य अपराध है। जिसकी निंदा भर्त्सना करता हूं। उस बयान पर मा0 प्रधानमंत्री जी का मौन रहना लाल किले के प्राचीर से इसके लिए क्षमा न माॅगना तथा 72 घंटें बीत जाने के बाद भी मोदी जी का न बोलना यह साबित करता है कि सब कुछ सोच समझ कर उनकी रणनीति के तहत अपमान किया गया है।

श्री तिवारी ने कहा है कि अपनी गलत आर्थिक नीतियों एवं अदूरदर्षिता के कारण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश को आर्थिक तबाही और बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। ‘‘मोदी सरकार’’ में विदेषी मुद्रा का भण्डार बढ़ने के बजाय धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। 

विदेशी मुद्रा भंडार में जबरदस्त गिरावट के बाद यह साल के सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया है, जो गम्भीर चिन्ता का विषय है। एक आंकड़े के अनुसार माह जून, 2022 के प्रथम सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 30.6 करोड़ डॉलर घटकर 601.057 अरब डाॅलर पर आ गया है।

श्री तिवारी ने कहा है कि डाॅलर के मुकाबले भारतीय रुपये में भी जबरदस्त गिरावट आयी है, आज एक डाॅलर के मुकाबले 79.63 रुपया हो गया है । जब रुपये की कीमत घटती है तो देश की ‘‘साख’’ गिरती है, रुपये की कीमत घटती थी तो माननीय मोदी जी उसकी तुलना तत्कालीन प्रधानमंत्री की आयु से करते थे। क्या मोदी जी अब देष को बतायेंगे कि डालर के मुकाबले रुपये की कीमत उनकी आयु से ऊपर हो गयी है ? अथवा नहीं, और कब उनकी आयु से नीचे आयेगी ?

श्री तिवारी ने कहा है कि वर्ष 2014 के चुनावों के समय माननीय मोदी जी ने ‘‘विदेशी बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने’’ के बड़े- बड़े दावे किए थे, और जनता को सुनहरे सपने दिखाते हुये कहा था कि विदेशी बैंकों में इतना काला धन जमा है कि यदि कालाधन वापस आ जाय तो प्रत्येक व्यक्ति को 15- 15 लाख रुपये मिल जायेंगे, इतना काला धन विदेशी बैंकों में जमा है, परन्तु विदेषों से पैसा वापस लाने की बात तो दूर बल्कि भारतीय फण्ड, स्विस बैंक में और जमा हो गए । 

स्विटजरलैण्ड के सेंट्रल बैंक द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय व्यक्तियों और फर्मो ने वर्ष 2021 में स्विस बैंकों में 3.83 बिलियन स्विस फ्रैंक यानी 30,500 करोड़ रुपये जमा किए । स्विस बैंक में भारतीयों का पैसा लगभग 50ः बढ़ा है, और जमा रकम 14 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी है ।

श्री तिवारी ने कहा है कि माननीय मोदी जी को जनता की तकलीफों और परेषानियों से कोई सरोकार नहीं है, उनकी असफल नीतियों के कारण आज महंगाई रिकाॅर्ड स्तर पर पहुंच गयी है। जनता की विशेष रूप से आम आदमी और मध्यम वर्ग का ध्यान महंगाई की मार से हटाने के लिये ‘‘कुछ भावनात्मक मुद्दे ’’ उठाये जा रहे हैं, ताकि जनता का ध्यान ‘‘मोदी सरकार’’ की नाकामियों और उसकी असफलताओं से हटा रहे । 

रसोई गैस 1100 रुपये प्रति सिलेण्डर हो गयी, पेट्रोल लगभग 100 प्रति लीटर, डीजल लगभग 87 रुपये प्रतिलीटर, इसी प्रकार सरसों का तेल पर श्री तिवारी ने कहा है कि मोदी सरकार की अदूरदर्शिता के चलते प्रति व्यक्ति की आमदनी/ आय लगातार कम हो रही है।

 जी.डी.पी. की गिरावट अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में समूचे देश के लिये चिंताजनक हालात बना चुकी है, उन्होंने कहा कि गरीब आदमी, मध्यम वर्ग, किसान की आय घट रही है और सरकार के संरक्षण के चलते कर्ज में डूबे अडानी की आय इस समय इतना बढ़ गयी है कि वह एशिया महाद्वीप के सबसे अमीर लोगों की श्रेणी में आ गये हैं। उन्होने कहा कि अडानी अमीर हो रहे हैं और देश की जनता दो वक्त की रोटी के लिये भी मोहताज होने की स्थिति में आ गयी है। 

श्री तिवारी ने कहा है कि पिछले 48 सालों में बेरोजगारी सर्वाधिक बढ़ी है, देश के नौजवान रोजगार के लिये दर- दर भटक रहे है, आज 20 से 24 वर्ष की आयु के 42ः युवा बेरोजगार है। देष के तमाम संस्थान/ उद्यम कौड़ियों के भाव बेंचे जा रहे हैं जैसे शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया, स्कूटर्स इंडिया लि., कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, सीमेंट कॉरपोरेशन आफ इंडिया, एयर इण्डिया, भारत अर्थ मूवर्स लि. इंडियन आयल कॉरपोरेशन , रेलवे, भारतीय जीवन बीमा निगम के शेयर बेंचे जा रहे हैं। चाहे वे फायदे में रहे हों, और चाहे घाटे में रहे हो। माननीय मोदी जी ने प्रति वर्ष 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वायदा किया था किन्तु रोजगार मिलना तो दूर रहा जो लोग रोजगार से थे उनके भी रोजगार छिन रहे हैं ।

वैज्ञानिक और अर्थशास्त्री भी यह गुत्थी नहीं सुलझा पा रहे हैं कि देश का आम आदमी और मध्यम वर्ग, छोटे उद्योग, छोटे व्यापारी वर्ग गरीब आखिर क्यों होता जा रहा है ? और  अडानी जैसे पूंजीपतियों की पूंजी दिन दूनी रात चैगुनी कैसे बढ़ रही है ? वे अमीर कैसे होते जा रहे हैं ?

श्री तिवारी ने कहा है कि मोदी जी अपनी एक महत्वाकांक्षी ‘‘अग्निपथ भर्ती योजना’’ लेकर आये हैं यह देश के जवानों के साथ धोखा है तत्काल इसे वापस लिया जाना चाहिए ।

श्री तिवारी ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फिर सिर उठा रहा है, जो अत्यंत खतरनाक है और गम्भीर चिन्ता का विषय है । अभी इसी सप्ताह दिनांक- 11 अगस्त, 2022 को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में पाकिस्तानी फियादीन हमले में भारतीय सेना के एक जेसीओ सहित 4 जवान शहीद हो गये, तथा कुछ घायल हो गये । ‘‘एक सिर के बदले 10 सिर’’ लाने का दावा करने वाले माननीय मोदी जी का 56 इंच का सीना अब कहाँ चला गया ? लाल किले पर चीन के बलात कब्जे पर न बोलना हमारी कायरता को दर्शाता है।

कांग्रेस के नेतृत्व में ग्वालिया टैंक, मुंबई में महात्मा गांधी जी के आह्वान पर दिनांक- 9 अगस्त, 1942 को ‘‘अंग्रेजों भारत छोड़ों’’ का नारा दिया गया था, इसी तरह अब देश की गंगा जमुनी तहजीब को बचाने के लिये 9 अगस्त को ही पूर्वांचल की धरती (बिहार) से ‘‘ भा.ज.पा. गद्दी छोंड़ो’’ का बिगुल फॅूका गया है जो भा.ज.पा. के सत्ता से पतन की शुरूआत है, क्योंकि भा.ज.पा. का इतिहास ही छल, छद् म और छलावा करने का रहा है, धोखा देने का रहा है।

श्री तिवारी ने कहा है कि अभी हाल ही में बिहार प्रान्त में जो घटनाक्रम हुआ है वह भारत के भविष्य का मात्र सूचक है, भा.ज.पा. जिस तरह से वायदा खिलाफी करके अपने सहयोगियों को धोखा देती है, बिहार का प्रयोग उसकी एक बानगी है, उसके राजनीतिक सहयोगी दल बिहार प्रदेश के इस राजनीतिक घटनाक्रम से प्रेरणा लेंगे, और भा.ज.पा. को उसके किये की सजा देंगे ।

श्री तिवारी ने कहा है कि वर्ष 2024 में होने वाले लोक सभा के चुनाव की लड़ाई 68ः बनाम 32% की होगी । भारतीय जनता पार्टी के पास 30. 32%  वोट होगा और  68. 70% वोट भा.ज.पा. के खिलाफ में पड़ेगा।

श्री तिवारी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों के गेहूं की खरीद पर्याप्त मात्रा में नहीं की गयी है। सामान्यतः उत्तर प्रदेश में प्रति वर्ष लगभग 40 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जाती है, पिछले वर्ष भी उत्तर प्रदेश में 56.21 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीद की गयी थी, किन्तु इस वर्ष मात्र 3.36 लाख मीट्रिक टन ही गेहूं की खरीदा गया है । 

इसी तरह देश में पिछले साल 432.83 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गयी जबकि इस वर्ष मात्र 187.86 लाख मीट्रिक टन ही गेहूं खरीदा गया है । इसका दोहरा नुकसान हुआ है, एक तरफ तो किसानों के गेहूं की खरीद पूरी तरह नहीं हो पायी है, जिसके कारण किसानों को अपनी मेहनत का वाजिब दाम नहीं मिला, और दूसरी तरफ देश की भंडारण क्षमता कम हुई है जो किसी भी देश के लिये आवश्यक होती है।