श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड यानी एसएलसी की कार्यकारी समिति ने अपनी ही टीम के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा के खिलाफ झूठे और अपमानजनक बयान देने के लिए उचित कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया है। एसएलसी ने एक बयान में कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय खेल परिषद के नए अध्यक्ष रणतुंगा को दो अरब रुपये का लेटर ऑफ डिमांड (एलओडी) भेजा है।
श्रीलंका क्रिकेट ने एक बयान में कहा कि एसएलसी कार्यकारी समिति ने सोमवार को हुई एक आपात बैठक में रणतुंगा द्वारा हाल ही में दिए गए एक मीडिया इंटरव्यू में 'झूठे, अपमानजनक और तोड़-मरोड़कर दिए बयान' पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया। इसके बाद पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया।
बयान में कहा गया है कि रणतुंगा ने "दुर्भावनापूर्ण इरादे से बात की है, एसएलसी की सद्भावना और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है और श्रीलंका क्रिकेट की कार्यकारी समिति के खिलाफ झूठे और मानहानिकारक आरोप लगाकर जानबूझकर सार्वजनिक टिप्पणी की है।" इसी वजह से कार्यकारी समिति ने अर्जुन रणतुंगा को डिमांड लेटर भेजा है, जिसमें मोटी रकम का दावा किया गया है।
उस झूठे और अपमानजनक बयान से श्रीलंका क्रिकेट और उसके अधिकारियों को हुई प्रतिष्ठा के नुकसान के लिए अर्जुन रणतुंगा से 2 अरब रुपये नुकसान के रूप में चुकाने की मांग की गई है। बता दें कि अर्जुन रणतुंगा ने कई बार श्रीलंका क्रिकेट को लेकर उस समय भी बयान दिया था, जब श्रीलंका को एशिया कप की मेजबानी करनी थी, लेकिन देश में आर्थिक तंगी और राजनीतिक उथल-पुथल के कारण ये संभव नहीं था।