योगी ने यूपी के 1.91 करोड़ स्टूडेंट्स को 1200-1200 रुपए दिए, स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार भी प्रिंसिपल और प्रधानों को दिया

लखनऊ। योगी सरकार ने यूपी के 1.91 करोड़ स्टूडेंट्स के पेरेंट्स के बैंक खातों में 1200-1200 रुपए ट्रांसफर किए। पहली से आठवीं तक के स्टूडेंट्स के जूता-मोजा, स्कूल यूनिफार्म, स्कूल बैग और स्टेशनरी के लिए ये मदद दी गई है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने स्कूल परिसर साफ रखने वाले स्कूलों के प्रिंसिपल और ग्राम प्रधानों को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार दिया। 

26 जुलाई को कैबिनेट बैठक हुई थी। इसमें स्टूडेंट्स को दी जाने वाली मदद का मुद्दा रखा गया। योगी सरकार ने सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को 2 जोड़ी यूनिफार्म के लिए 600 रुपए, स्कूल बैग के लिए 170 रुपए, जूते-मोजे के लिए 125 रुपए और स्वेटर के लिए 200 रुपए दे रही थी। मतलब इन सभी के चलते कुल 1100 रुपए सीधे लाभार्थी को दिए जाते है। जिसमें 600 रुपए केंद्र सरकार और 500 रुपए राज्य सरकार अपने बजट से देती है। 

अब इसे बढ़ाकर योगी सरकार ने 1200 रुपए कर दिया है। जिसमें 100 रुपए की राशि से स्टेशनरी जैसे 2 पेंसिल, 2 पेन, 2 शार्पनर, इरेजर और 4 कॉपी भी ले सकेंगे। सीएम योगी ने कहा, लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद हो गए थे। एजुकेशन की बुनियादी जरूरत टीचर के साथ इंटरेक्शन है। अब स्कूल चलो अभियान फिर शुरू हुआ है। पहले स्कूलों की स्थिति अच्छी नहीं थी। परिसर में पेड़-झाड़ियां उगी रहती थीं।

 2017 से पहले तक कहीं भवन नहीं, कहीं टीचर नहीं। पेरेंट्स चाहते थे कि बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ने के लिए जाएं। आज हमारे प्रयासों से हमारे स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं। इसके लिए 1.62 लाख टीचर्स की भर्ती की गई। ऑपरेशन कायाकल्प से स्कूलों की तस्वीर बदल दी। सीएम योगी ने कहा, बड़े पैमाने पर बच्चे नंगे पैर स्कूल आते थे। हम ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं कि हर बच्चे के पैर में जूते हों। 

एक भी बच्चा ऐसा न हो, जो स्कूल जाने से बचे। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह का कहना है, इस योजना में कुल 2,225.60 करोड़ का खर्च आने वाला है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत बजट 2022-23 में सरकार ने 166 करोड़ की व्यवस्था बच्चों के स्टेशनरी के लिए की है। इसके अलावा बजट 2022-23 में सरकार ने करीब 2200 करोड़ की व्यवस्था छात्रों की यूनिफॉर्म, जूता-मोजा, स्वेटर के लिए की है।