इंडेक्स के अनुसार, तिमाही आधार पर जून, 2021 से रुझानों में तेजी बनी है। कोरोना के बाद से आवासीय बाजार में सुधार हो रहा है। निर्माणाधीन और तैयार घर जो नहीं बिक पाए हैं, उनकी भी कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। मार्च, 2022 की तिमाही में इनके दाम 4.8 फीसदी बढ़े, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में इनमें एक फीसदी की तेजी आई थी।
कीमतों में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव है। जैसे भुवनेश्वर में कीमतें 23.9% तक बढीं, जबकि इंदौर में 10.8% तक की गिरावट रही। 50 शहरों के इंडेक्स में जनवरी-मार्च, 2022 की तिमाही में 1.9% का बदलाव हुआ। उसके पहले की तिमाही में 0.9% का बदलाव हुआ था।
आगे भी कीमतों में तेजी रहेंगी। कारण यह है कि लोग खुद का घर देख रहे हैं। साथ ही निर्माण की लागत भी बढ़ रही है। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जनवरी से जून के बीच मकानों की बिक्री 60% बढ़ी है। नए मकानों के निर्माण में भी 56% की तेजी आई है।