संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को एक वीडियो मेसेज में जेलेंस्की ने कहा कि रूस को न्याय के घेरे में लाया जाना चाहिए ताकि इसे आतंकवादी कार्रवाई से रोका जा सके। उन्होंने आगे कहा कि हमें रूसी हत्याओं को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण अब तक लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं या देश छोड़ने को मजबूर हुए हैं। युद्ध के कारण अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।
रूस की सेना द्वारा मॉल को निशाना बनाने से इनकार करने के बाद जेलेंस्की ने कहा है कि यूनाइटेड नेशंस को यूक्रेन में एक प्रतिनिधि भेजना चाहिए ताकि अधिकारी स्वतंत्र रूप से इस बात कि पुष्टि कर सकें कि क्रेमेनचुक में मिसाइल हमला वाकई में एक रूसी मिसाइल हमला था। पुतिन को आतंकवादी बताते हुए उन्होंने कहा कि आतंकी हर दिन, सप्ताह के सातों दिन हमला करते हैं। वे हर दिन आतंकी के रूप में काम करते हैं।
जेलेंस्की ने यूनाइटेड नेशंस चार्टर के आर्टिकल 6 का हवाला देते हुए कहा कि मौजूदा चार्टर में निहित सिद्धांतों का लगातार उल्लंघन करने वाले सदस्य को सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर महासभा द्वारा संगठन से निष्कासित किया जा सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि रूस को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से नहीं हटाया जा सकता है क्योंकि वह परिषद का स्थायी सदस्य है और उसके पास वीटो पावर है।