मैं लिखती थी चिट्ठियां और
पापा की जेब में रख देती थी,
उसमें मेरी पसंद की गोलियां,
चाकलेट, बिस्किट्स तरह-तरह
के लिख देती और यह भी की
लिखा वो सब लाना जो मुझे
याद नहीं वह भी लाना, पापा,
सेकंड सटरडे जरुर आना !
खेलखिलौने नये-नये मिठाई
भी लाना और घुमाने ले जाना,
पापा खट्टीमिट्ठी पापिंस और
पिपरमेंट की गोलियां जरूर
लाना पापा जल्दी आ जाना,
पापा अच्छा सा बस्ता, वाटर
बॉटल, शूज, बरसाती लेते आना,
पापा जल्दी आ जाना, मुझे हैं स्कूल
जाना, पापा जल्दी आ जाना...!
- नेहा ठाकुर " नेह "
इंदौर , मध्यप्रदेश