तीखा तीर

देश - दुनियां  जीता  जा सकता 

बस  में  यदि   हो  जाये  ईमान 

असंभव  जीतन  है  प्रकृति  को 

कोटि  कोशिश कर चुका इंशान 

अस्थिरता  को  खुद  स्थिर  करे 

रचयिता  स्वंम  इसका  भगवान 

           वीरेन्द्र तोमर