सेंसेक्स की कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल और टाटा स्टील के शेयर प्रमुख रूप से लाभ में रहे। वहीं, दूसरी तरफ कोटक महिंद्रा बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और टाइटन के शेयर गिरावट लेकर बंद हुए। अमेरिकी शेयर बाजार में बढ़त के साथ एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग, चीन का शंघाई कंपोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी भी मजबूती के साथ बंद हुआ। यूरोपीय बाजार दोपहर के कारोबार में लाभ में थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.13 प्रतिशत गिरकर 112.93 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार पूंजी बाजार में निकासी कर रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को 2,353.77 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
घरेलू शेयर बाजार में मानसून की हरियाली छाई है। सोमवार यानी आज बीएसई का 30 स्टॉक्स वाला प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 740 अंकों की बड़ी छलांग के साथ 53468 के स्तर पर खुला। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी आज के दिन के कारोबार की शुरुआत हरियाली के साथ ही की।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स के सभी 30 स्टॉक्स और निफ्टी 50 के भी सभी 50 स्टॉक्स आज हरे निशान पर थे। सेंसेक्स 589 अंकों की उछाल के साथ 53317 और निफ्टी 185 अंक चढ़कर 15884 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स में विप्रो 2.32 फीसद, टेक महिंद्रा 2.22 फीसद, एचसीएल टेक 2.09 फीसद ऊपर थे।
स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, वैश्विक बाजारों में सुधार और जिंस कीमतों में कमी के कारण दो सप्ताह की तेज गिरावट के बाद भारतीय बाजार निचले स्तरों से उबरने में कामयाब रहे। ऐसा लगता है कि ये सुधार आगे जारी रह सकता है और हम इक्विटी बाजारों में आने वाले दिनों में एक अच्छी तेजी की उम्मीद कर सकते हैं। वायदा सौदों के पूरा होने के अलावा ऑटो बिक्री के मासिक आंकड़ों और मानसून की प्रगति भी बाजार के लिहाज से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल, रुपये की चाल और एफआईआई का रुख, अन्य महत्वपूर्ण कारक होंगे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, हमें उम्मीद है कि जून महीने के वायदा सौदों के पूरा होने के कारण इस सप्ताह भी अस्थिरता अधिक रहेगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कच्चे तेल की कीमत और मानसून की प्रगति का भी बाजार पर असर होगा।