प्रशासन अलर्ट, तरह तरह के उठ रहे सवाल
लखनऊ। भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में डोगरा कंटोनमेंट बोर्ड क्षेत्र के निर्मली कुंड चैराहे के नजदीक एक नाले के पास हैंड ग्रेनेड पड़े मिले। हड़कम्प मच गया। प्रशासन अलर्ट हो गया है। सूचना परमिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम पहुंची तो उसे कुछ ही दूरी के भीतर पेड़ों और झाडि़यों के बीच 18 हैंड ग्रेनेड पड़े हुए मिले। गनीमत यह थी कि इन सारे ग्रेनेड से पिन निकले हुए थे। पूरा क्षेत्र सेना की निगरानी में रहता है और रात 10 बजे के बाद यहां से आवाजाही की भी मनाही हो जाती है।
सेना का इस तरह का सेंटर जहां हैंड ग्रेनेड की प्रैक्टिस होती है वह इस स्थान से लगभग ढाई से तीन किलोमीटर दूर है। इतनी दूर इतने बड़ी मात्रा में हैंड ग्रेनेड का यूं मिलना बड़े सवाल खड़े करता है।मिलिट्री इंटेलिजेंस की मानें तो पाए गए हैंड ग्रेनेड को रविवार दोपहर 2 बजे के आसपास नष्ट कर दिया गया है। अयोध्या पुलिस को भी जानकारी दी गई।अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे कहते हैं कि उनके पास इस तरह के हैंड ग्रेनेड मिलने की सूचना डोगरा रेजिमेंटल सेंटर द्वारा एक पत्र के माध्यम से कैंट थाने में दी गई है।
हैंड ग्रेनेड्स को नष्ट कर दिया गया है।इससे अधिक उनके पास कोई जानकारी नहीं। अयोध्या कंटोनमेंट बोर्ड के चेयरमैन मिलन निषाद ने बताया कि निर्मली कुंड के रहने वाले एक स्थानीय युवक ने सबसे पहले इन हैंड ग्रेनेड को देखा। उसी ने यह जानकारी मिलिट्री इंटेलिजेंस को दी है। हैंड ग्रेनेड मिलने का यह मामला निर्मली कुंड चैराहे के बगल स्थित नाले के पास का है, जहां एक तरफ सेना ने फेंसिग की है उसी के दूसरी तरफ झाडि़यों और पेड़ों के बीच ये ग्रेनेड पड़े मिले। इनकी संख्या 18 है, जिसे डिफ्यूज कर दिया गया है।
आखिर जो सेना का हैंड ग्रेनेड ट्रेनिंग सेंटर है, वहां से लगभग ढाई से 3 किलोमीटर दूर यह हैंड ग्रेनेड आखिर वहां तक कैसे पहुंचा।इतनी दूर इन्हें हाथों से फेंका नहीं जा सकता और नजदीक केवल शूटिंग रेंज है, जहां इनको फेंकने की प्रैक्टिस नहीं होती है।