बता दें कि 'प्रूविंग' उड़ानों का संचालन यह दिखाने के लिए होता है कि संबंधित एयरलाइन पूरी सेवाएं देने में सक्षम है। ‘प्रूविंग’उड़ानें किसी भी अन्य वाणिज्यिक उड़ानों की तरह ही होती हैं। यह उड़ानें नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अधिकारियों और संबंधित वाहक के अधिकारियों तथा उड़ान चालक दल के साथ होती हैं। जेट एयरवेज ने तीन साल से अधिक समय पहले उड़ान भरना बंद कर दिया था। अब इसे जालान कलरॉक कंसोर्टियम के स्वामित्व में फिर से खड़ा किया जा रहा है। जेट एयरवेज ने 'प्रूविंग' उड़ानों के पहले चरण को पूरा किया था।
डीजीसीए के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा, ‘‘जेट एयरवेज के ‘उड़ान परमिट के पुन:अनुमोदन की प्रक्रिया’ करीब-करीब पूरी हो गई है। मंगलवार (17 मई, 2022) को कंपनी अपनी शेष 'प्रूविंग' उड़ानों का संचालन करेगी। उसका एओसी इस सप्ताह तक फिर से वैलिडेट हो जाएगा।’’
प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए विमान द्वारा कुल पांच उड़ानें (लैंडिंग) संचालित की जानी हैं। एयरलाइन के एक प्रवक्ता ने कहा कि वह शेष प्रूविंग उड़ानों का संचालन करेगी। हालांकि, प्रवक्ता ने एओसी के पुनर्वैधीकरण पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
प्रवक्ता ने बयान में कहा, "हम 17 मई (मंगलवार) को अपनी बाकी की उड़ानों का संचालन कर रहे हैं। हम एओसी (एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट) के पुनर्वैधीकरण की तारीख पर टिप्पणी नहीं कर सकते क्योंकि यह डीजीसीए प्रक्रिया द्वारा निर्धारित होगा।"