तुम को भी होगी।
एक दिन चाहत
तुम को भी होगी।
एक दिन एहसास
तुम को भी होगा।
एक दिन वफ़ा
तुम को भी रास आएगी।
एक दिन दर्द
तुम को भी होगा।
एक दिन बेवफाई
तुमको भी खाएगी।
एक दिन दिल
तुम्हारा भी तड़पेगा।
एक दिन तनहाई
तुम्हें भी सताएगी।
राजीव डोगरा
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश
rajivdogra1@gmail.com