मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशी मुद्रा एवं सर्राफा विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा, ‘‘इस सप्ताह की शुरुआत में नए सर्वकालिक निचले स्तर पर गिरने के बाद रुपया एक सीमित दायरे में ‘मजबूत’ हुआ है। घरेलू मोर्चे पर बाजार प्रतिभागियों को बृहस्पतिवार को जारी होने वाली मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पहले सतर्कता बरतते देखा गया।’’ सोमैया ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि यह संख्या (मुद्रास्फीति के आंकड़े) सात प्रतिशत से अधिक हो सकती हैं। अमेरिका से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़ों को भी जारी किया जाएगा और इसके भी ऊंचा रहने की उम्मीद है।’’
डॉलर सूचकांक 20 वर्ष के उच्चतम स्तर 104.49 प्रतिशत से नीचे रहा। छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 103.51 रह गया। इस बीच, बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 276.46 अंक टूटकर 54,088.39 अंक पर बंद हुआ। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 3.26 प्रतिशत की तेजी के साथ 105.80 डॉलर प्रति बैरल हो गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने 3,960.59 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।