सम्मेलन को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि भारत में निवेशकों के लिए बड़ी संभावनाएं हैं। केंद्र सरकार निवेशकों की चिंताओं को समझने और उनका समाधान करने का वादा करती है। उन्होंने कहा कि वह सुझाव लेने, परेशानी की वजह समझने और जहां भी संभव हो, जरूरी उपाय करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इस दौरान सिलिकॉन वैली के निवेशकों ने कहा कि भारत में यूनिकॉर्न कंपनियां तैयार करने की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।
वित्त मंत्रालय की ओर से ट्वीट के जरिए कहा गया कि वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में कहा है कि भारत ने डिजिटलीकरण की दिशा में 2023 तक डिजिटल मुद्रा की शुरुआत की घोषणा की है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वित्तीय समावेशन इसका एकमात्र उद्देश्य नहीं होगा, क्योंकि भारत पहले ही अधिक से अधिक वित्तीय समावेशन की ओर अग्रसर है। इससे पहले दिन में वित्त मंत्री ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के साथ बातचीत की।