सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 37 फीसद लोगों ने कहा कि वे सब्जियों की कीमतों में 25 फीसद से अधिक वृद्धि को अनुभव कर रहे हैं। 36 फीसद लोगों ने माना कि पिछले महीने की तुलना में इस महीने वे सब्जियों की समान मात्रा के लिए 10-25 फीसद अधिक का भुगतान कर रहे हैं, जबकि अन्य 14 फीसद ने कहा कि वे 0 से 10 फीसद अधिक का भुगतान कर रहे हैं।
करीब 25 फीसद लोगों ने माना कि उन्हें 25-50 फीसद अधिक भुगतान करना पड़ा। जबकि अन्य पांच फीसद लोगों का मानना था कि मार्च की तुलना में उतनी ही मात्रा में खरीदी जाने वाली सब्जियों के दाम के लिए अतिरिक्त 50-100 फीसद दाम देने पड़े। सात फीसद लोगों का मानना था कि उन्हें दोगुना दाम से अधिक का भुगतान करना पड़ा। सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले लोगों में लगभग 64 फीसद प्रतिभागी पुरुष थे जबकि 36 फीसद महिलाएं शामिल थीं। एक अन्य सर्वे के मुताबिक, करीब 30 फीसदी परिवार सस्ते खाद्य तेल के विकल्प अपना रहा हैं।
इसके लिए परिवार गैर-ब्रांडेड खाद्य तेल का भी उपयोग कर रहे हैं। सर्वे के मुताबिक, महंगाई से निपटने के लिए कुछ निम्न और मध्यम आयवर्ग के परिवार सस्ते और कम गुणवत्ता वाले खाद्य तेल के इस्तेमाल को मजबूर हो रहे हैं।