डीएम डॉ. चन्द्र ने सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि कृषि एवं सम्बद्ध विभागों यथा-कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, रेशम, दुग्ध एवं गन्ना उत्पादन इत्यादि से जुडत्रे किसानों को भी केसीसी/ऋण स्वीकृति में प्राथमिकता प्रदान की जाय। डीएम डॉ. चन्द्र ने पशुपालन, मत्स्य, रेशम, दुग्ध एवं गन्ना विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि विभागीय अधिकारियों के लिए लक्ष्य निर्धारित करते हुए विभागीय योजनाओं से जुड़े कृषकों को आच्छादित कराना सुनिश्चित करें। सभी सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारी अपने स्तर पर विभागीय अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा करते रहें तथा लक्ष्य पूरा न करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही भी की जाय। डीएम ने लीड बैंक प्रबन्धक को निर्देश दिया कि अभियान के दौरान अपेक्षित सहयोग ने करने वाले बैंकों को चिन्हित कर उनके कन्ट्रोलिंग अघिकारियों के संज्ञान में लाया जाय। साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में सहयोग न करने वाले बैंकों के सम्बन्ध में पीएमओ को अवगत कराया जाय।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही, अग्रणी जिला प्रबंधक अमित गौरव, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ, जिला कृषि रक्षा अधिकारी आर.डी. वर्मा, सहायक निदेशक मत्स्य, डेयरी विकास अधिकारी, क्षेत्रीय प्रबन्धक आर्यावर्त बैंक सहित बैंकों के जिला समन्वयक मौजूद रहे।