गोमती नगर विस्तार थाने के हवालात मे बन्दी ने लगाई बेल्ट से फांसी


लखनऊ। एक पूर्व डीआईजी के घर मे हुई चोरी के मामले मे गोमती नगर विस्तार पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी ने बीती रात थाने की हवालात के गेट मे लगी सरिया मे अपनी बेल्ट का फंदा बना कर फासी लगा ली। बन्दी के हवालात मे फासी लगाए जाने के बाद पुलिस महकमे मे हड़कम्प मच गया। फांसी के फंदे पर बन्दी को लटका देख थाने के पुलिस कर्मी उसे लेकर अस्पताल पहुॅचे जहा डाक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया। गोमती नगर विस्तार थाना लखनऊ मे पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद स्थापित किया गया है। थाने मे पूछताछ के लिए जए गए युवक द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना के बाद पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुॅचे। गोमती नगर विस्तार थाने की पुलिस की लापरवाही के इस मामले को अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर संजय सिंघल ने भी गम्भीरता से लिया है अपुष्ट खबरो के अनुसार अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने गोमती नगर विस्तार थाने के एडीशनल इन्स्पेक्टर सहित कई पुलिस कर्मियो को निलम्बित किया है।


हालाकि पुलिस आयुक्त के मीडिया सेल की तरफ से भी अभी तक किसी पर कोई कार्यवाही किए जाने की पुष्टि नही की गई है। इन्स्पेक्टर गोमती नगर विस्तार ने बताया कि पूर्व डीआईजी के घर मे हुई चोरी के मामले मे ग्राम मोरनिया महोली सीतापुर के रहने वाले मनोहर लाल के 24 वर्षीय पुत्र उमेश को पूछताछ के लिए थाने लाया गया था उन्होने बताया कि आरोपी से पूछताछ होनी थी इस लिए उसे थाने के हवालात मे बन्द कर दिया गया था । रात मे उमेश ने कमर मे लगी बेल्ट का हवालात के गेट मे लगी सरिया में फंदा लगा कर फासी लगा ली उमेश को फांसी पर लटकता हुआ देख कर संतरी द्वारा तत्काल हवालात का गेट खोल कर उमेश के गले से बेल्ट का फंदा हटाया गया और उसे अस्पताल लेकर जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया ।


थाने की हवालात मे मुलजिम को बन्द करने से पहले उससे वो सब सामान जमा करा लिए जाते है जो उसके पास होते है लेकिन उमेश पैन्ट मे बेल्ट लगाए हुए था और पुलिस ने उसकी बेल्ट पर गौर नही किया और बिना बेल्ट उतारे ही उसे हवालात मे बन्द कर दिया यहा पुलिस की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। हालाकि थाने के हवालात मे किसी बन्दी द्वारा आत्महत्या किए जाने का ये पहला मामला नही है इससे पहले राजधानी लखनऊ ही इस तरह की घटनाए हो चुकी है लेकिन इस तरह की घटनाओ के बाद बन्दियो के लिए थानो मे विशेष सर्तकता बरते जाने का प्रावधान किया गया था लेकिन इस सबके बावजूद गोमती नगर विस्तार थाने की पुलिस से इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई ये बड़ा सवाल है हालाकि विश्वस्त सूत्रो के द्वारा बताया जा रहा है कि चोरी के आरोप मे पकड़ कर थाने लाए लाए गए उमेश को थाने मे थर्ड डिगरी टारचर किया गया था सूत्रो के अनुसार उमेश ये कह रहा थ कि चोरी की घटना से उसका कोई लेना देना नही है। हालाकि मामला जो भी हो है तो गम्भीर अब पूरे मामले की जाॅच मे ही पता चेलगा कि आखिर पुलिस की गलतियां क्या है और आखिर बन्दी ने हवालात मे आत्महत्या जैसा कदम क्यू उठाया।